" ज्योतिष एवं वास्तु से सम्बंधित इस ब्लॉग पर आपको ' आचार्य रंजन ' का नमस्कार !! "

Website templates

LATEST:


Friday, October 16, 2009

* यदि  आपका  जन्म  अक्टूबर  माह  के  16  तारीख  का  हो  तो ..
इस तारीख में पृथ्वी के किसी भी भाग में और किसी भी समय में जन्म क्यों ना लिया हो , निचे बताये गए स्वभाव में कोई विशेष परिवर्तन नहीं आएगा । अतः आप केवल अपने जन्म की तारीख मात्र से इस लेख की श्रृंख्ला से लाभान्वित हो सकते हैं -
स्वभाव   :
      आपको   उच्च   मानसिकता का  वरदान है ! यदि  संतुलन  बनाये  रख  सके  तो  जो  भी  वृत्ति  अपनाएंगे  ,  उल्लेखनीय  काम  कर  दिखायेंगे  !  विशेषकर काव्य ,  साहित्य ,  चित्रकला , संगीत  या  ; ललित  कलाओं  जैसे  कल्पना  प्रधान  क्षेत्रों  में ! 
       इन  तिथि  में जन्म  लेने  के  कारण  आप  इतने  संवेदनशील  होते  हैं  की  आप  अपने   काम  में  पीछे  हटकर  खड़े   होते  हैं ! आप  बहुत  शीघ्र  अपना  आप  खो  बैठते  हैं !
        अपने  सभी  कामों  में  लिक  से  हटकर  रुझान  होता  है !  विशेषकर    आपकी  कटु  आलोचना  एवं बदनामी  की   आशंका  बनी  रहती  है !
        अनेक  मामलों  में   घोटाले  भी  होते  हैं ! जब  तक भारी  सावधानी  न  बरती  जाए  , यह  जन्म  काल  ,  विवाह  तथा  साझेदारियों  के  लिए  शुभ  नहीं  है !
आर्थिक   दशा 
      आपके   आर्थिक  मामलों  में  काफी  उतार  - चढाव  आएगा !  कभी  काफी  अमीरी  होगी  , कभी  इसका  उल्टा ! आमतौर  से  आप  सट्टेबाजी  में  भाग्यशाली  नहीं  रहेंगे  ,  क्योंकि  बेईमान  लोग  आपका  पैसा  हड़प  लेंगे ! आपको  मैं  यही  सर्वोत्तम सलाह  दे  सकता  हूँ  , की  सरकारी  बांडों  में  पैसा  लगायें !  कम    लेकिन  भरोसे-मंद  ब्याज   से  गुजारा  कीजिये  ! सबसे  अधिक  बुढापे  के  लिए   UNIITY    वगैरह  खरीद  कर  रखिये  !
स्वास्थ्य  :     

    स्वास्थ्य  के  बारे  में  अनेक विचित्र  अनुभव  होने  की  संभावना  है !  कभी  विष का  खतरा  भी  हो  सकता   है  ,  खाने  में , संयोग  से  या  आपकी   अपनी  असावधानी  से !  गुर्दे  , तिल्ली  और  अपेंडिक्स  परेशान  कर  सकते  हैं !
आपका   शुभ  अंक         : 2  /  7   एवं  इसके  सभी SERIES   i.e.  11 / 16 / 20 / 25  etc.
आपका  अशुभ    अंक    :  4 / 8 / 9  एवं   इसके  सभी  SERIES  i.e.  13 / 17 / 18 / 22 etc.

आपका  शुभ  रंग            : सफ़ेद , हरा  ,  क्रीम एवं  हल्का  नीला

आपका  अशुभ  रंग        :  लाल  ,  काला  एवं सभी  गहरे  रंग

आपका  शुभ       दिन     : सोमवार  , शुक्रवार

आपका  अशुभ   दिन     : मंगलवार  ,  गुरूवार ,  शनिवार 
*शुभ एवं अशुभ रत्न : इसके लिए आप अपनी कुंडली की विवेचना अवश्य किसी अच्छे ज्योतिषी से करवा लें ।*
-आचार्य रंजन ( ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ )सह  निदेशक  " महर्षि  भृगु  ज्योतिष  संस्थान " , बेगुसराय  

* मासिक राशि फल ( 16 अक्टूबर से 15 नवम्बर ) *

-आचार्य रंजन , बेगुसराय (बिहार)
पिछले माह की तरह इस माह भी समस्त बारह राशि का मासिक राशि - फल का पब्लिशिंग किया जा रहा है और यह प्रत्येक माह के लगभग १५ तारीख तक पोस्ट हो जाएगा अतः अपना राशि एवं लग्न का पता अपने कुंडली से कर लेने के बाद ही राशि - फल पढ़ें यदि आपका अपना कोई कुंडली नही हो तो ऐसी परिस्थिति में अपने प्रचलित नाम के प्रथम अक्षर के अनुसार भी राशि - फल देखा जा सकता है

मेष ( चु , चे , चो , ला , ली , लू , ले , लो , ) -
यह समय कष्टप्रद यात्रा , स्वास्थ्य सम्बन्धी चिंताएँ तथा व्यापार में मंदी का सूचक है
कार्यालय में अपने से वरिष्ट व्यक्तियों तथा उच्चधिकारियों से किसी प्रकार के झगडे से बचें
अपने जीवन - साथी के शारीरिक - कष्ट , विषद मानसिक व्यथा आपकी चिंता का कारण बन सकते हैं बच्चों का स्वाश्थ्य भी चिंता का कारण बन सकता है मैं समझता हूँ की यह अवधी आपके लिए थकान भरा रह सकता है

वृष ( , , , , व् , वि , वू , वे , वो ) -
यह समय आपके जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलताओं का है आप धन प्राप्ति से बैंक खातों में वृद्धी , समाज में उच्च स्थान जीवन शैली में सकारात्मक परिवर्तन की आशा कर सकते हैं
आपकी पदोन्नति हो सकती है सबसे ऊँचे पदाधिकारी द्वारा आपका सम्मान किया जा सकता है आपके प्रयासों की सराहना एवं शत्रुओं की पराजय भी संभावित है
जहाँ तक स्वास्थ्य का सवाल है तो आप रोग , अवशाद , अकर्मण्यता चिंताओं से मुक्त रहेंगे साथ ही आपके परिवार का स्वास्थ्य भी इस काल में उत्तम रहेगा

मिथुन ( का , की , कू , , ङः , , के , को , )-
यह समय आर्थिक चुनौतियों व् मानसिक शांति में विघ्न का सूचक है सरकारी मसले आपके लिए चिंता का विषय बन सकते हैं नए लोगों से शत्रुता की भी सम्भावना है , ऐसा भी संभव है की आप स्वयं को अस्वस्थ एवं अकर्मण्य अनुभव करें , अतः स्वस्थ्य की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है संतान सम्बंधित समस्यायें भी चिंता का विषय हो सकता है , परन्तु यदि कुंडली में मंगल देव की स्थिति अच्छी हुई तो इन चिंता के विषयों में थोडी कमी सकती है साथ ही धन का लाभ भी हो सकता है
कर्क ( हि , हु , हे , हो , डा , डी , डू , डे , डो ) -
यह समय आपके वर्तमान सामाजिक स्तर व् कार्यालय में अपनी प्रतिष्ठा बनाये रखने में कठिनाई का है , क्योंकि इसमें गिरावट के संकेत हैं अतः अपने वरिष्ठ अधिकारी , शुभचिंतकों व् परामर्शदाताओं से विवाद से बचें
वैवाहिक जीवन में तनाव व् दाम्पत्य सुख में भी यथेष्ट कमी का अनुभव कर सकते हैं साथ ही यात्रा बाधा एवं अपने धन मूल्यवान वस्तुओं की सुरक्षा पर ध्यान केन्द्रित करने का भी है , क्योंकि इस काल में चोरी की भी संभावना लग रही है
सिंह ( मा , मी , मू , मे , मो , टा , टी , टू , टे ) -
कुछ अनचाहे खर्च भी करने पर सकते हैं धन व्यय करने की ललक पर नियंत्रण रखें इस अवधी में यात्रा के भी अनेक अवसर बनने के योग दिख रहे हैं ( हो सकता है की सर-दर्द से भी पीड़ित रहें )
वैसे, सूर्य देव की गोचर में शुभ दृष्टि से कुल मिलाकर यह समय आपके व्यवसाय एवं व्यक्तिगत जीवन में सुख सफलता का है समाज में आपको और भी अधिक सम्मानीय स्थान प्राप्त हो सकता है परिवार के सदस्य आपको स्वार्थरहित स्नेह देंगे तथा शत्रुओं पर विजय प्राप्त करेंगे इस प्रकार व्यक्तिगत जीवन में आप स्वयं को मानसिक एवं शारीरिक रूप से इतना स्वस्थ अनुभव करेंगे जैसा पहले कभी नहीं किया होगा साथ ही आपको धन - लाभ का भी योग स्पष्ट दिख रहा है अतः जीवन के प्रति आपका दृष्टिकोण सकारत्मक एवं उत्साह -पूर्ण रहेगा

कन्या ( टा , पा , पी , पू , षा , , , पे , पो ) -
यह समय आपके लिए धन - सम्बन्धी चुनौतियों का है इस दौरान आपको पूर्वाभास हो जाएगा की व्यापार में अपेक्षित लाभ होकर धन का ह्राष हो रहा है
इस समय अनेक प्रकार के प्रिय निकट रहने वाले आक्रांत करते रहेंगे आप अपने प्रिय निकट रहने वाले व्यक्तियों के प्रति चिरचिरेपन का व्यवहार करेंगे आप पायेंगे की सदा आसानी से किये जाने वाले साधारण क्रियाकलापों को करने में भी आपको कठिनाई का अनुभव हो रहा है इन दिनों आप सर दर्द से भी परेशान रह सकते हैं

तुला ( रा , री , रू , रे , रो , ता , ती , तू , ते ) -

यह अवधी स्थायी या अस्थायी स्थान परिवर्तन , कार्य करने के स्थान पर कठिनाइयां तथा अपने वरिष्ठ अफसरों अथवा मालिक की अप्रसन्नता झेलना संभव है इस दौरान आप थकान महसूस कर सकते हैं एवं उदर रोग , पाचन क्रिया सम्बन्धी रोग , नेत्र तथा ह्रदय से सम्बंधित समस्यायें हो सकती है अतः स्वास्थ्य के प्रति विशेष सतर्क रहें
जहाँ तक घर का सम्बन्ध है , परिवार में अनबन तथा मित्रों से मन-मुटाव वाली परिस्थितियाँ गृह-कलह अथवा क्लेश का कारण बन सकती है जीवन -साथी से असहमति अथवा विवाद आपके वैवाहिक संबंधों को प्रभावित कर सकता है कुल मिलाकर घर की शांति एवं परस्पर सामंजस्य हेतु यह समय चुनौतीपूर्ण है
वृश्चिक ( तो , ना , नी , नू , ने, नो , या , यी , यूं ) -
यह समय विशेष रूप से आर्थिक चुनौतियों से परिपूर्ण है अतः कोई भी वित्त सम्बन्धी निर्णय सोच - समझकर सावधानी पूर्वक लें
यदि आप कहीं कार्यरत हैं, तो आप और आपके अधिकारी के बीच कुछ परेशानियां सकती हैं अधिकारी आपके कार्य की सराहना नहीं करेंगे और संभव है की आपको दिए गए उत्तरदायित्व में कटौती करे या वेतन कम कर दे
यदि आप व्यापारी हैं तो व्यापार में धक्का लग सकता है , किसी विवाद में ना पड़ें क्योंकि मित्र वरिष्ट व्यक्तियों से झगडे की सम्भावना से इनकार नहीं किया जा सकता है इस समय असंतोष आपके घर की शांति सामंजस्य पर प्रभाव डाल सकता है
धनु ( ये , यो , भा , भी , भू , , , , भे ) -
आपके लिए यह समय धन - लाभ , आर्थिक सामजिक स्थिति में सुधार उन्नति का स्पष्ट संकेत दे रही है
अपने अफसर से पदोन्नति मांगने का अनुकूल समय है इस समय आप व्यापार में लाभ , धन प्राप्ति और यहाँ तक की मित्रों से भी लाभ प्राप्त करने की आशा की जा सकती है
समाज में भी आपकी प्रतिष्ठा बढ़ सकती है तथा आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा जो की परिवार के लिए आनंद -दायक होगा
इस काल के दौरान आपके घर कोई आध्यात्मिक निर्माणात्मक कार्य संपन्न होगा जो घर - परिवार के आनंद में वृद्धि करेगा आमोद - प्रमोद , अच्छा स्वादिष्ट भोजन मिष्टान्न आदि का भी वितरण होगा कुल मिलाकर यह समय आपके आपके परिवार के लिए शांतिपूर्ण सुखद है
मकर ( भो , जा , जी , खी , खू , खे , खो , , गी ) -
यह समय आपके लिए शुभ है यह लाभ , पदोन्नति , प्रगति , तथा प्रयासों में सफलता का सूचक है
समाज में आपको और भी सम्मानीय स्थान मिल सकता है जहां की आशा भी ना हो , ऐसी जगह से आपको अचानक लाभ प्राप्त हो सकता है इसके अलावा आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा और हर ओर सुख ही सुख बिखरा पायेंगे
कुम्भ ( गू , गे, गो , सा , सी , सू , से , सो , दा ) -
इस काल का आपके जीवन पर विशेष प्रभाव पड़ेगा आप पर किसी कुचाल के कारण दोषारोपण हो सकता है , स्थान बदल सकता है तथा मानसिक शांति का आभाव रह सकता है
आर्थिक रूप से यह समय कठिनाई से परिपूर्ण है पैसा वसूल करने में कठिनाई सकती है साथ ही व्यर्थ के खर्चों का भी योग बन रहा है
इन सबके बावजूद आप किसी सत्कार्य के विषय में सोच सकते हैं तथा उसमें सफलता भी प्राप्त कर सकते हैं
मीन ( दी, दू , , झ् , ञों , दे , दो , चा , ची ) -
कुल मिलाकर यह समय हानि शारीरिक व्याधियों का है अतः व्यर्थ के खर्चों से दूर रहें तथा आर्थिक मामलों में सावधान रहें
यह अवधि कार्यालय में अप्रिय घटनाओं की भी है एवं घर में पति / पत्नी से विवाद , झगडे का रूपं ले सकता है
आप व्यर्थ के भय , चिंता एवं बेचैनी से आक्रांत हो सकते हैं
किसी रिश्तेदार की समस्यायें अचानक उभरकर सामने सकती है चिंता का कारण बन सकती है
नोट : - " ऊपर दिए गए राशि फल सामान्य हैं , अतः फल की शुभता एवं अशुभता में कमी या ज्यादा आपके कुंडली में चल रहे दशा - अन्तर्दशा पर भी निर्भर करता है " - आचार्य रंजन ( ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ),सह निदेशक " महर्षि भृगु ज्योतिष संस्थान " , बेगुसराय , बिहार
** आपकी प्रतिक्रिया का स्वागत है **
Blog Widget by LinkWithin