-आचार्य रंजन ( ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ )
यदि आपका जन्म पृथ्वी के किसी भी भाग में एवं किसी भी समय में जन्म क्यों ना लिया हो , निचे बताये गए स्वभाव में कोई परिवर्तन नहीं आएगा । अतः आप केवल अपने जन्म की तारीख मात्र से इस लेख की श्रृंख्ला से लाभान्वित हो सकते हैं -
यदि आपका जन्म सितम्वर माह के 6 तारीख का हो , तो ......
स्वभाव :
आपका स्वभाव अत्यंत सहानुभूतिपूर्ण होगा । ऐसा करने से रोमांस महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे । लेकिन प्रेम प्रसंगों से काफी कठिनाई आने की सम्भावना है- प्रायः सदा एक साथ दो प्रेम प्रसंग चलेंगे । प्रारंभिक वर्षों में आप ' गलत - व्यक्ति ' की ओर झुकते दिखाई देंगे जो पहले से विवाहित या आपके पद से छोटा व्यक्ति होगा । बाद में आप इस सबको उलटकर ठीक से विवाह करेंगे ।
आपमें शीघ्र व्यस्क होने की प्रवृति होगी । शुरू से ही आपके सामने दो रास्ते खुले होंगे । एक भक्ति - भाव या गहरे धर्मभाव के रूझान वाला बहुत कठोर जीवन होगा , जिस पर आपके परिवार और लालन -पालन का भारी प्रभाव होगा । दूसरा घर का वातावरण से मुक्ति की भावना का , दुस्साहसिक अभियान और सक्रीय जीवन से प्रेम का रास्ता होगा । प्रारंभिक परिस्थितियों और प्रेम संबंधों के अनुसार उनमें से आप एक या दूसरा रास्ता चुनेंगे ।
आप खुले जीवन के शौकीन , हर प्रकार के खेलों में उत्तम और कुत्तों , घोडों तथा जानवरों से भारी लगाव रखने वाले होंगे । आप खेती-बाडी में या किसी बड़े कृषि-विकास कार्य में या देशों की खोज में सफल हो सकते हैं ।
आपके स्वभाव में एक दूसरा पक्ष भी है जो इतना ही प्रवल होगा । आप संगीत , चित्रकला या मंच जैसा कोई कालात्मक व्यवसाय अपना सकते हैं । इनमें आपको काफी सफलता मिलेगी । कुछ भी हो , आप जो भी वृति अपनाएंगे , उसी में कोई ऊँचा पद प्राप्त करेंगे ।
आर्थिक दशा :
आपके लिए यह भाग्यशाली सवाल है । कठिनाई के समय लोगों या मित्रों से सहायता मिलेगी । विरासत एवं उपहारों से लाभ मिलेगा । अपनी ओर से अच्छी पूँजी लगायेंगे , विशेषकर घर , भूमि , संपत्ति आदि में ।
स्वास्थय :
इस सवाल से अधिक परेशान नहीं होना चाहिए क्योंकि आपका स्वास्थय बढ़िया होगा , लेकिन शान -शौकत से लगाव के कारण आप उसे आघात पहुंचा सकते हैं । बिमारियों में आपको गले , श्वास - नलिका और फेफडों की परेशानी , छाती , कन्धों , भुजाओं तथा पावों में घाव या चोट लगने की संभावना है ।
* आपका शुभ अंक : 5/6 & इसके सभी सीरीज़ i.e.- 14/15/२३/24/32/33 /41 /50 etc.
~NOTE : आपके जीवन में 5 /6 अंकों का विशेष रूप से प्रभाव पड़ेगा तथा इन्हीं अंकों वाले व्यक्ति के प्रति आप आकर्षण का अनुभव विशेष रूप से करेंगे ।
* आपका अशुभ अंक : 3/4/7 / 8 / 9 एवं इसके सभी सीरीज़ ।
* आपका शुभ रंग :नीले ,सफ़ेद ,क्रीम और चमकीले
* आपका अशुभ रंग : काला , गहरा लाल
*शुभ एवं अशुभ रत्न : इसके लिए आप अपनी कुंडली की विवेचना अवश्य किसी अच्छे ज्योतिषी से करवा लें ।
Sunday, September 6, 2009
* यदि आपका जन्म सितम्वर माह में हुआ है तो ........*
सितम्वर माह में जन्मे व्यक्ति के स्वभाव इत्यादि के विषय में तारीख के अनुशार जो फलादेश दिया जा रहा है उसमें आंशिक रूप से कुंडली में ग्रहों की स्थिति के अनुशार प्रभाव में अन्तर आ सकता है । अतः जैसा की मैंने प्रारम्भ में ही आपसे वायदा किया था की मैं प्रत्येक माह का विवरण प्रकाशित करूंगा , उसी के तहत आप सबों के विशेष अनुरोध पर जनवरी माह से प्रारम्भ न कर सितम्वर माह से ही प्रारम्भ कर रहा हूँ एवं पूर्व की भांति आपकी प्रतिक्रिया का स्वागत करता है ।
२१ अगस्त से २०-२८ सितम्वर तक पैदा हुए व्यक्ति आमतौर से जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं । उनमें आश्चर्यजनक स्मरण-शक्ति वाली बुध्धि होती है । अपने संपर्क में आने वाले व्यक्तियों से सतर्क रहते हैं और उनके प्रति अच्छे बुरे की समझ रखते हैं । आमतौर से उन पर न हावी हुआ जा सकता है और न ही उन्हें धोखा दिया जा सकता है ।
वे हर बात का गहराई से विश्लेषण और परख करते हैं । वे अच्छे आलोचक होते हैं , आम तौर से इतने अधिक की उन्हें भलाई या प्रसन्नता नहीं मिल पाती है ।
बेमेल वस्तुओं पर उनका ध्यान बड़ी जल्दी से जाता है । अपने घरों के बारे में उनकी उत्तम रुचि होती है ।
आम तौर से वे किसी काम के प्रारम्भ-कर्ता नहीं होते , लेकिन जो योजनायें या काम उन्हें आकर्षित करते हैं अथवा दुसरे लोग जिन्हें पूरा करने में विफल होते हैं , उन्हें वे सफलता से पूरा कर देते हैं। जिस लक्ष्य की ओर उनका ध्यान जाता है , पूरे दत्तचित्त होकर उसके लिए काम करते हैं और जब तक उसे प्राप्त कर लेते , चैन से नहीं बैठते हैं ।
वे पद का बहुत अधिक सम्मान करते हैं । कानून तथा कानून के फैसले का उतशाह से समर्थन करते हैं । वे उत्तम वकील और वक्ता बन सकते हैं , लेकिन उनका झुकाव नए विचारों को जन्म देने के बजाय पूर्व घटनाओं / दृष्टान्तों का समर्थन करने की ओर अधिक रहता है । मेहनती स्वभाव , इच्छा-शक्ति और संकल्प के कारण वे वैज्ञानिक खोज और व्यापार में भी सफल होते हैं ।
उनमें अपने तक और अपने विचारों तक सिमित रहने की प्रवृति होती है । लक्ष्य-प्राप्ति के लिए वे स्वार्थ से भी काम लेते दिखाई देते हैं । एनी किसी वर्ग की अपेक्षा उनमें अच्छाई और बुराई की हद तक जाने की क्षमता अधिक होती है । यदि उनमें पैसे का मोह पैदा हो जाए तो उसे पाने के लिए कोई कोर- कसर नहीं छोडेंगे । वे प्रायः किसी भी काम के अनुरूप अपने को ढाल सकते हैं ।
प्रेम के विषय में उन्हें समझ पाना सबसे कठिन होता है । विश्व में सबसे अच्छे और सबसे बुरे स्त्री /पुरूष वर्ष के इसी भाग में पैदा हुए हैं । प्रारंभिक वर्षों में प्रायः सभी नेक और साफ़ दिल वाले होते हैं लेकिन जब बदलते हैं तो पूरी प्रतिहिंषा से बदलते हैं और इसके ठीक उल्टे बन जाते हैं । फिर भी क़ानून के प्रति जन्मजात सम्मान - भावना और अपनी स्वाभाविक कुशलता के कारण वे दूसरे वर्ग के लोगों की अपेक्षा अपनी भावनाओं को छिपाने में अधिक सफल रहते हैं । यदि स्वयं पर काबू न रहा तो उनमें प्रायः मादक द्रव्यों और शराब के सेवन की प्रवृति पैदा हो जाती है ।
स्वास्थ्य के बारे में आम तौर से वे रोगों के अपेक्षाकृत कम शिकार होते हैं , लेकिन उनमें एक विचित्र बात यह होती है की अखबारों में पढ़कर हर बिमारी से स्वयं को पीड़ित होने की कल्पना करने लगते हैं ।
भोजन के बारे में वे बहुत सुरुचिपूर्ण होते हैं । रुचि का भोजन न मिलने पर उनकी भूख मर जाती है । वातावरण के प्रति वे अत्यन्त संवेदनशील होते हैं । ताल-मेल में जरा सी कमी या चिद्हन से उनकी स्नायु प्रणाली पर प्रभाव पड़ता है और उन्हें कब्ज या पेचिश की सिकायत हो सकती है । उनमें फेफडों की परेशानी की भी प्रवृति होती है साथ ही कन्धों और भुजाओं की नसों में भी दर्द हो सकता है ।
इस अवधि में पैदा हुए लोगो को अपेक्षाकृत अधिक धुप और ताज़ी हवा की आवश्यकता होती है ।
ऐसे लोग सबसे प्रबल मानसिक धरातल पर होते हैं । जीवन के प्रति उनके विचार आम तौर से यथाथ्वादी , विश्लेष्णात्मक , संदेही , चतुर और पारखी होते हैं । भीड़ का साथ देने के बजाय वे प्रायः एक अलोकप्रिय उद्देश्य की हिमायत करते हैं ।
मानव स्वभाव के उत्तम पारखी होने के कारण वे आमतौर से अपनी पहली धरना पर ही भरोसा कर सकते हैं । लेकिन बाल की खाल निकालने वाले होते हैं और यदि इस प्रवृति को ठीक से नियंत्रण में नहीं रखेंगे तो बाद में रोग-भ्रमी हो जायेंगे । इन लोगों के लिए पैसे की बहुत कीमत होती है ।
साहित्य-समीक्षक और कला - समीक्षक के रूप में वे प्रायः अत्यन्त कुशल रहते हैं । स्मरंशक्ति अच्छी होती है , तेज़ी से पढ़ सकते हैं और उनका ध्यान कमजोरियों की ओर शीघ्र चला जाता है । कड़ी म्हणत , दूरदर्शिता और असाधारण परिशुध्धता से वे प्रायः सफलता प्राप्त कर लेते हैं , हलाँकि वर्षों तक वे छिपे रहे आते हैं, परन्तु देर-सवेर उन्हें प्रमुखता मिलती ही है ।
उनमें प्रेम का बहुत गहरा भाव होता है , लेकिन भावुक या दिखावे वाला नहीं । एक बार प्रेम पैदा हो जाने पर वे बहुत वफादार रहते हैं , लेकिन ईर्ष्यालु होने की भी प्रवृति होती है । उनके विचार दृढ़ और ओजस्वी होते हैं । एक बार निश्चय कर लेने पर दुनिया का कोई उपदेश उन्हें अपने विचारों से तिलभर भी नहीं डिगा सकता ।
उनमें प्रायः वस्त्रों और साज - श्रृंगारों पर बहुत अधिक ध्यान देने की प्रवृति रहती है।
उनकी बौध्धिकता मूलतः प्रगतिशील होती है , किंतु विस्तार पर वे बहुत अधिक ध्यान देते हैं । उन्हें दूसरो के गुनों को सराहने , अधिक सहिष्णु होने और आलोचना में अधिक नरमी बरतने की आदत डालनी चाहिए ।
इन लोगों में एक विचित्र बात यह है की वे सदा जवान रहते/ दीखते हैं और उनकी आयु मालूम नहीं होती है । छोटी-छोटी बातों पर वे चिढ और नाराज़ हो जाते हैं लेकिन रक्तपात से घृणा करते हैं ।
चूँकि वे अत्यन्त संवेदनशील होते हैं अतः चिंता का उन पर अपेक्षाकृत अधिक प्रभाव पड़ता है । पाचन अंग आम तौर से कमजोर होते हैं और भोजन में सावधानी न बरतने पर अक्सर आमाशय में घाव हो जाते है । हल्का सदा भोजन , ढेर सारा पानी , ताज़ी हवा , धुप स्नान और सामान्य से अधिक निंद्रा और विश्राम आम तौर से इन लोगों को पुनः स्वस्थ कर देते हैं ।
* विशेष जानकारी हेतु संपर्क कर सकते हैं * - आचार्य रंजन ( ज्योतिषाचार्य & वास्तु विशेषज्ञ ) सह निदेशक " महर्षि भृगु ज्योतिष संस्थान ", बेगुसराय
आपका क्या कहना है??
1 पाठक ने टिप्पणी देने के लिए यहां क्लिक किया है। आप भी टिप्पणी दें।
Labels: विशिष्ट लेख
Subscribe to:
Posts (Atom)