१- निम्न स्त्रोतों में से किसी का भी नियमित पाठ करने से आय के साधनों में वृद्धि , यदि कोई धन दबाकर बैठ गया हो ,तो वह लौटने को भी विवश हो सकता है --श्री कनकधारा स्त्रोत , ऋण-हर्ता गणपति स्त्रोत , ऋण-मोचक मंगल स्त्रोत , श्री सूक्त पाठ , गजेन्द्र मोक्ष एवं कुबेर मंत्र का पाठ करें । २- ऋण मुक्ति के लिए बुधवार को गाय को हरी घास अवश्य खिलाये । यदि ऋण मुक्ति के बाद भी खिलाते रहेंगे तो आपका व्यवसाय और अधिक उन्नति करेगा ।
3 - बुधवार को किसी श्री गणेश मंदिर में जाकर मोदक का भोग अर्पित करें तथा ११ परिक्रमा करें । परिक्रमा के समय 'ॐ गं गणपतये नमः ' का जप करें ।
४- जब तक ऋण पूर्ण रूप से समाप्त न हो जाये तब तक नियमित रूप से पीपल वृक्ष को जल अर्पित करें और उसके गीली मिटटी से तिलक करें । इसके प्रभाव से भी आप शीघ्र क़र्ज़ मुक्त होंगे ।
-आचार्य रंजन (ज्योतिष एवं वास्तु विशेषज्ञ ),बेगुसराय ,बिहार




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