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Friday, September 11, 2009

* शनि देव का विभिन्न राशियों पर प्रभाव ~ 9 सितम्वर 2009 से 15 नवम्वर 2011 तक *

SERIES - IV
कर्क राशि ( Cancer )
( हि, हु , हे , हो , डा , डी , डू , डे , डो )

मित्रों ,
9 सितम्वर , 2009 को 23:59:18 बजे हमारे ब्रह्माण्ड को प्रभावित करने वाले एक प्रमुख ग्रह " श्री शनि देव " का 'कन्या - राशि ' में राशि परिवर्तन हो चूका है !
इस राशि में शनि देव 9 सितम्वर , 2009 को 23:59:18 बजे से 15 नवम्वर , 2011 को 10:11:53 बजे तक रहेंगे एवं पुनः 16 मई , 2012 को 06:35:27 बजे से 04 अगस्त , 2012 को 08:45:44 बजे तक रहेंगे !
शनि देव का यह राशि परिवर्तन हमारे सभी राशि को अवश्य प्रभावित करेंगे !
अतः इस नए सीरीज़ में हम रो ज एक -एक कर सभी राशि वालों पर श्री शनि देव के प्रभावों का विस्तृत जानकारी प्रकाशित कर रहे हैं ताकि आप पूर्ण रूप से लाभान्वित हो सकें !
इस अवधि में शनि देव आपके कुंडली में तृतीय भाव से विचरण करेंगे । यह शुभ समय का संकेत है । यह आपके कार्य क्षेत्र के लिए व वित्त हेतु उत्तम समय है । आपमें से अधिकांश अनेक प्रकार से धनार्जन करेंगे । इन दिनों आरम्भ किया गया कोई भी व्यापार , परियोजना या काम - धंधा निश्चित रूप से सफल होगा ।
आपमें से कुछ इन दिनों भूमि अथवा अन्य अचल संपत्ति क्रय करने के विषय में सोच सकते हैं । कुल मिलाकर धन सम्बन्धी मामलों में यह अच्छा व शुभ समय है ।
यदि आप बेरोजगार हैं तो भाग्य आपका द्वार अवश्य खटखटाएगा और आपके सन्मुख कई लाभप्रद नौकरियों / कार्यों का प्रस्ताव होगा । जो सेवारत हैं उन्हें वेतन-वृद्धि , उच्च पद व अधिकार मिल सकते हैं । आपकी समझ , योग्यता तथा प्रयास सभी का ध्यान आकृष्ट करेंगे ।
सामाजिक दृष्टिकोण से भी यह शुभ समय है , क्योंकि आप सामाजिक सफलता की सीढी उत्तरोत्तर चढ़ते ही जायेंगे । आपमें से अधिकांश के घर पर नौकरानी और कार्यालय में सहायक नियुक्त करेंगे जो काम-काज में मदद करेंगे । जो भी हो आप हर प्रकार के तर्क-वितर्क में अपना पक्ष इतने स्पष्ट रूप में सहजता से रखेंगे की आप ही विजयी होंगे ।
स्वास्थय अच्छा रहेगा और आपको लगेगा की आपके पैरों में शक्ति व उतशाह के पंख लगे हुए हैं । यदि पूर्व में कोई रोग रहा भी हो तो आप उससे मुक्ति पाकर सुख- चैन अनुभव करेंगे ।
घर पर भी पूर्णतया सुख - चैन का वातावरण होगा । आपकी पत्नी / पति और अधिक प्रेममय व समर्पित रहेंगी/ रहेंगे व आपको दाम्पत्य जीवन का पूर्ण आनंद प्राप्त होगा । आपके भाई - बहनों व बच्चों का व्यवहार अच्छा होगा व वे कार्य में सहायक होंगे ।
शत्रुओं की पराजय होगी व आप पर भाग्य-लक्ष्मी की कृपा होगी । आपमें से कुछ को यात्रा करनी पड़ सकती है

नोट : " उपरोक्त प्रभाव में आंशिक रूप से अंतर ( कमी/ज्यादा ) आपके कुंडली में चल रहे दशा-अन्तर्दशा एवं लग्न व राशि की स्थिति से भी हो सकता है ."

* विशेष जानकारी हेतु आप हमसे कभी भी वैयक्तिक रूप से या मेरे E - मेल द्वारा संपर्क कर सकते हैं *

- आचार्य रंजन

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