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Monday, September 14, 2009

* शनि देव का विभिन्न राशियों पर प्रभाव ~ 9 सितम्वर 2009 से 15 नवम्वर 2011 तक *

SERIES - VII
तुला राशि ( Libra )
( रा , री , रू , रे , रो , ता , ती , तू , ते )


मित्रों ,
9 सितम्वर , 2009 को 23:59:18 बजे हमारे ब्रह्माण्ड को प्रभावित करने वाले एक प्रमुख ग्रह " श्री शनि देव " का 'कन्या - राशि ' में राशि परिवर्तन हो चूका है !
इस राशि में शनि देव 9 सितम्वर , 2009 को 23:59:18 बजे से 15 नवम्वर , 2011 को 10:11:53 बजे तक रहेंगे एवं पुनः 16 मई , 2012 को 06:35:27 बजे से 04 अगस्त , 2012 को 08:45:44 बजे तक रहेंगे !
शनि देव का यह राशि परिवर्तन हमारे सभी राशि को अवश्य प्रभावित करेंगे !
अतः इस नए सीरीज़ में हम रो ज एक -एक कर सभी राशि वालों पर श्री शनि देव के प्रभावों का विस्तृत जानकारी प्रकाशित कर रहे हैं ताकि आप पूर्ण रूप से लाभान्वित हो सकें !
इस अवधि में शनि देव आपके कुंडली में बारहवें भाव से विचरण करेंगे । यह धन की कमी व वित्तीय रेखा के निचे की ओर आने का द्योत्तक है । इस समय व्यर्थ के व्यय व धन बर्बाद करने का खतरा है । यदि आप कृषि अथवा कृषि उत्पादों से सम्बध्द कार्य करते है तो विशेष सावधानी बरतें की हानि न हो । भोजन - सामग्री भण्डार में संचित कर लें क्योंकि कठिनाई के समय इसकी आवश्यकता पड़ सकती है । स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है । किसी भी प्रकार की शारीरिक व्याधि की उपेक्षा न करें क्योंकि यह जानलेवा सिध्ध हो सकता है । आपके पैरों व नेत्रों की भी विशेष देखभाल की आवश्यकता है । काम धंधे पर भी ध्यान दें । काम-काज में अपनी प्रतिष्ठा बनाये रखने के प्रति सावधान रहें । अआप्में से कुछ को अपने कार्य स्थल पर नेकनामी व पद बनाए रखने में कठिनाई आ सकती है । आपमें से कुछ को अपना धंधा या व्यापार बदलना पड़ सकता है । यात्रा का भी योग है । आपमें से अधिकाँश को विदेश यात्रा करनी पड़ सकती है व परिवार से दूर रहना पर सकता है , परन्तु अधिकतर व्यक्तियों के लिए यह यात्रा मंहगी पड़ेगी । घर में शांति बनाये रखना आवश्यक है क्योंकि अआप स्वजनों से विवाद में पड़ सकते हैं । आपमें से कुछ में गहन चिंता व जीवन के प्रति उत्साहहीनता की संभावना है । गंभीर निर्णय एते समय यह असाधारण सावधानी बरतने का समय है। आपमें से कुछ बुध्धि व विचार शक्ति को अनदेखा कर सकते हैं । ऐसा कुछ न करें जिससे प्रतिष्ठा प्रभावित हो

नोट : " उपरोक्त प्रभाव में आंशिक रूप से अंतर ( कमी/ज्यादा ) आपके कुंडली में चल रहे दशा-अन्तर्दशा एवं लग्न व राशि की स्थिति से भी हो सकता है ."

* विशेष जानकारी हेतु आप हमसे कभी भी वैयक्तिक रूप से या मेरे E - मेल द्वारा संपर्क कर सकते हैं . *
-- आचार्य रंजन

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