गत वर्ष की भांति इस वर्ष (२००९) भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रतादि का पर्वस्मार्त्त और वैष्णवभेद से दो दिन पड़ रहा है । स्मार्त लोग (सामान्य गृहस्थी ) अपनी कुल परम्परानुसार सप्तमी युक्ता मध्याह्न १२:५७ के बादअष्टमी तिथ्यारम्भ अर्धरात्रि युक्ताकृतिका नक्षत्र , परन्तु मेष राशिस्थ योग में व्रत का आरम्भ , जप , पाठादी करके आगामी दिवस ( १४ अगस्त , शुक्रवार ) को व्रत का पारण एवं जन्मोत्सव मनाएंगे ।
वैष्णव संप्रदाय मतावलंबी १४ अगस्त , शुक्रवार के दिन ही ( उदय कालिक अष्टमी में ) व्रत का संकल्प , व्रत , जपानुष्ठान करके , मध्यरात्रि कालीन रोहिणी नक्षत्र , वृशस्थ चंद्रमा में व्रत , जपानुष्ठान एवं जन्मोत्सव मनाया जायेगा चूँकि वैष्णव सम्प्रदाय से जुड़े लोग उदयकालिक अष्टमी , जो की नवमी युता भी हो , उसी को प्राथमिकता देते हैं । - आचार्य रंजन , प्रोफेसर कोलोनी , बेगुसराय (बिहार)
* प्रत्येक माह में जन्म लेने वाले व्यक्ति का फल का प्रकाशन पुनः प्रारंभ किया जा रहा है ! * प्रिय मित्रों , दिनांक 06/12/2010 @ 09:12:12 A.M. को हमारे ब्रह्माण्ड को विशेष तौर पर प्रभावित करने वाले एक अत्यंत ही प्रभावी ग्रह " बृहस्पति " का राशि परिवर्तन होने जा रहा है , अतः आप सबों के हितार्थ इस ग्रह का आपके ऊपर पड़ने वाले शुभ व् अशुभ प्रभावों का संभव योग्य विवेचना करने का प्रयत्न कल से प्रारंभ किया जा रहा है ! धन्यवाद !
* my educational qualification : B.A(Hons),M.C.A from JNU
*career/job : Ex. employee of 'Maruti Suzuki Ltd.' & Air India ,Delhi .
*Now working as DIRECTOR of " Maharshi Bhrigu Jyotish Sanshthaan ",Begusarai *
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