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Saturday, September 19, 2009

* शनि देव का विभिन्न राशियों पर प्रभाव ~ 9 सितम्वर 2009 से 15 नवम्वर 2011 तक *

SERIES - XII
मीन राशि ( Pisces )
( दी , दू , थ , झ् , ञों , दे , दो , चा , चि )

मित्रों ,
9 सितम्वर , 2009 को 23:59:18 बजे हमारे ब्रह्माण्ड को प्रभावित करने वाले एक प्रमुख ग्रह " श्री शनि देव " का 'कन्या - राशि ' में राशि परिवर्तन हो चूका है !
इस राशि में शनि देव 9 सितम्वर , 2009 को 23:59:18 बजे से 15 नवम्वर , 2011 को 10:11:53 बजे तक रहेंगे एवं पुनः 16 मई , 2012 को 06:35:27 बजे से 04 अगस्त , 2012 को 08:45:44 बजे तक रहेंगे !
शनि देव का यह राशि परिवर्तन हमारे सभी राशि को अवश्य प्रभावित करेंगे !
अतः इस नए सीरीज़ में हम रो ज एक -एक कर सभी राशि वालों पर श्री शनि देव के प्रभावों का विस्तृत जानकारी प्रकाशित कर रहे हैं ताकि आप पूर्ण रूप से लाभान्वित हो सकें !
इस अवधि में शनि देव आपके कुंडली में सप्तम भाव से विचरण करेंगे । यह जीवन में उदासी का सूचक है । जीवन के लगभग हर क्षेत्र , हर पहलू पर पहले से अधिक ध्यन केन्द्रित करना पड़ेगा ।
आमदनी सिमित रहेगी और उस पर भी चल-कपट व धोखाधडी से धन - हानि हो सकता है। जो भी हो , ऋण से मुक्ति मिलने में अत्यधिक समय लग सकता है ।
काम-धंधे में भी अपनी ओर से अधिक परिश्रम करना पड़ेगा । अपने गंतव्य तक पहुँचने के लिए और अधिक दूरी तय करनी होगी । यदि आप साझेदारी में धंधा करते हैं तो छाद्म्भेशी धोखेबाजों से सावधान रहें ।
यदि सेवारत हैं या किसी पड़ पर हैं तो उसकी गरिमा बनाये रखें , ऐसा कुछ न करें जो वह छीन जाए ।
विद्यार्थियों को एकाग्रता से पढाई करने में कठिनाई हो सकती है ।
आपमें से कुछ इस दौरान विदेश जायेंगे । वैसे यात्रा पर जाने से बचें क्योंकि आपमें से कुछ गुर्दे , यौन-अंग तथा मूत्र - नलिका से सम्बंधित रोगों से ग्रस्त हो सकते हैं ।
अपनी पत्नी / पति व बच्चों की किसी स्वास्थ्य सम्बन्धी शिकायत हेतु लापरवाही न बरतें क्योंकि बाद में इससे जीवन खतरे में पड़ सकता है ।
घर पर शांति व सामंजस्य बनाये रखना आवश्यक है । पहले जीवन-साथी की मृत्यु के कारण आपमें से कुछ पुनः -विवाह भी कर सकते हैं । मित्रता को पूर्णतया विकसित होने दें और मित्रों से अच्छा सामंजस्य बनाये रखे । यदि सावधानी नहीं बरतेंगे तो आपके अन्तरंग मित्र आपको त्याग देंगे।
इस समय मानसिक संतुलन बनाये रखना कठिन है । आपमें से अधिकांश में निरंतर मानसिक क्लेश व अशांति की भावना की संभावना है ।
किसी भी प्रकार के मुकदमें आदि से दूर रहना बुद्धिमानी होगा
नोट : " उपरोक्त प्रभाव में आंशिक रूप से अंतर ( कमी/ज्यादा ) आपके कुंडली में चल रहे दशा-अन्तर्दशा एवं लग्न व राशि की स्थिति से भी हो सकता है ."

* विशेष जानकारी हेतु आप हमसे कभी भी वैयक्तिक रूप से या मेरे E - मेल द्वारा संपर्क कर सकते हैं *
-- आचार्य रंजन

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