यह मास सूर्य सायन विधि से अर्थात पाश्चात्य ज्योतिष के अनुसार मकर राशि का है . यह राशि 21 दिसम्वर के आस-पास प्रारंभ होती है ! सात दिन तक धनु के साथ राशि - संधि चलती है और इस राशि का पूरा प्रभाव 28 दिसम्वर से प्रारंभ होकर 21 जनवरी तक रहता है . फिर मकर और कुम्भ का सात दिन का संधि-काल शुरू हो जाता है .
मकर थल-त्रिकोण की तीसरी राशि है . इसका स्वामी शनि है . इसे शनि की राशि भी कहते हैं .
यदि आप इस मास में जन्म लिए हैं तो आपके चरित्र और स्वभाव में निम्नांकित बुनियादी विशेषताएँ होंगी :-
प्रकृति एवं स्वभाव :
प्रकृति से महत्वाकांक्षी , उग्र , जीवट और लगन वाले . लक्ष्य - सिद्धि के लिए अपार प्रयासों की क्षमता . आपका प्रतिक - ग्रह शनि सावधानी और विवेक का मूर्त रूप है . गंभीर चिंतन और फल के बारे में पूर्ण विश्वास के बिना कोई महत्वपूर्ण कदम नहीं उठाएंगे . शनि देव में दांव लगाने का तत्व नहीं है .
आप शंकालु , बाल की खाल निकालने वाले , कुछ - कुछ संदेही , नए सिद्धांतों को देर से अपनाने वाले , लेकिन उदार मन तथा तर्क-सम्मत बातों को स्वीकारने वाले होंगे .
दृढ मानसिक शक्ति , स्वभाव से दार्शनिक और वैज्ञानिक , गंभीर चिन्तक और तर्कशील होंगे .
धार्मिक विश्वासों में या तो एकदम कट्टर या इसके एकदम विपरीत अनास्थावादी . सबसे अधिक बुद्धिपूजक . असाधारण बुद्धि या प्रतिभा वाले मित्रों के सभी दोष क्षमा करने को तत्पर .
व्यक्तियों तथा वस्तुओं के बारे में तत्काल राय बनाने वाले , लेकिन अपनी योजनाओं में शीघ्र हतोत्साह होने की प्रवृति और पहली असफलता या निराशा पर ही टूटने वाले होंगे .
प्रेम कर्तव्य और सामाजिक अर्थशास्त्र के बारे में आपके विचार सदा अनोखे रहेंगे , जिससे आपको प्रायः झक्खी और सनकी समझा जाएगा . अभिमानी और स्वतंत्र विचारों के होने के कारण आपको हर काम में अगुआ होना चाहिए या फिर आपकी दिलचस्पी ख़त्म हो जायेगी . आप किसी प्रकार के अंकुश को नापसंद करेंगे और हर बंधन का विरोध करेंगे . यह अजीब विरोधाभास है की परंपरा और सत्ता के लिए आपके मन में गंभीर सम्मान होगा . जीवन आपके लिए बहुत गंभीर किन्तु समस्याओं से भरा होगा किन्तु घोरतम निराशा के दौर में ही आप सबसे अधिक चमकेंगे .
लगातार काम और परिश्रम आपके लिए एक तरह से सनक बन जाती है , लेकिन उत्तेजना या जल्दबाजी के बजाय लक्ष्य को सामने रख धीरे - धीरे और चुपचाप काम करते रहने से आपको कहीं अधिक लाभ होगा . निजी प्रयासों और व्यक्तीत्व के बल जन्मकाल की परिस्थितियों से ऊपर उठने की संभावना है .
चरित्र मूलतः ओजस्वी किन्तु निराशावाद की गहरी प्रवृति के कारण मन में प्रसन्नता पैदा करने की आवश्यकता है .
आम तौर से आपको काफी गलत समझा जाएगा . आसानी से लोगों से मिलेंगे - जुलेंगे नहीं . घनिष्ट मित्र कम होंगे . मन में बहुत अकेलापन का अनुभव करेंगे .
विवादों में प्रायः सदा अलोकप्रिय हितों या छुपे रुस्तमों का पक्ष लेने से आप अनेक दुश्मन पैदा कर लेंगे .
आपके लिए सबसे अच्छा कोई सार्वजनिक जीवन अपनाना रहेगा , जैसे - नगरपालिका , राजनीति , सरकारी नौकरी या जिम्मेवारी और विश्वास के पद .
स्वास्थ्य :
शनि के प्रभाव से सुगठित काया और अच्छी कार्य-क्षमता प्राप्त होगी . साथ ही निराश की गहरी प्रवृति . रोकी न गयी तो पित्त के प्रकोप , पित्ताशय में गडबडी , अमाशय में घाव , पाचन अंगों में खराबी और आंतों में रुकावट की संभावना . स्वास्थ बने रहने के लिए आशावाद और प्रशन्नता का वातावरण पैदा कीजिये . शीत से सावधानी न बरतने पड़ दमा , श्वास रोग जैसी बिमारियों की आशंका . निचले स्थानों के अपेक्षा ऊंचे और शुष्क जलवायु वाले स्थान अधिक अनुकूल .
भोजन पर ध्यान दीजिये और समुचित व्यायाम से रक्त-संचार ठीक रखिये . आपमें गठिया , पैरों में दर्द तथा सूजन पाल लेने की निश्चित सम्भावना है . दुर्घटनाएं भी एडियों , पांवों और टांगों में ही अधिक होगी .
आर्थिक स्थिति :
शनि का व्यापक प्रभाव आर्थिक स्थिति के लिए अच्छा संकेत नहीं है . इससे आर्थिक उन्नति में , कम - से- कम प्रारंभिक वर्षों में , विलंब , बाधाये और अंकुश पैदा होंगे .
उद्यम् , लगन , सावधानी और मितव्ययिता से धन - लाभ का योग है . दर-असल भाग्य की बजाय निजी प्रयासों से संपत्ति प्राप्त होने की सम्भावना अधिक है . भू या गृह - संपत्ति में धन लगाना , कारखाने खड़े करना , विशेषकर कोयला , शीशा या लोहे की वस्तुओं , परिवहन या कृषि की मशीनों के क्षेत्र में , कृषि उद्योगों का विकास और अन्य ठोस उद्यम लाभ के रहेंगे .
अपना ही पैसा वापस पाने में भारी कठिनाई सामने आएगी . जमानत के बिना किसी को पैसा उधार मत दीजिये , नहीं तो उसका डूबना निश्चित है .
विवाह , सम्बन्ध एवं साझेदारी :
आपकी अपनी राशि मकर ( 21 दिसम्वर से 20 जनवरी ) , त्रिकोण की अन्य दो राशियाँ , वृष ( 21 अप्रैल से 20 मई ) तथा कन्या ( 21 अगस्त से 20 सितम्वर ) , इन राशियों के अंत में सात दिन के संधि - काल और मकर से सातवीं राशि कर्क ( 21 जून से 20-27 जुलाई ) की अवधि में जन्में व्यक्तियों के साथ आपके सबसे अधिक मधुर सम्बन्ध रहेंगे .
आपका शुभ दिन : शनिवार , शुक्रवार
आपका अशुभ दिन : मंगलवार , रविवार
आपका शुभ रंग : नीला , काला
आपका अशुभ रंग : लाल , पीला
आपका शुभ रत्न : कटैला ( मानशिक शांति हेतु ) * विशेष जानकारी हेतु आप सीधे या हमारे E-मेल के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं *
~ Mobile No.- +91-9431236090 & Tel. No. - +91-6243-243901~
- आचार्य रंजन ( ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ )सह निदेशक " महर्षि भृगु ज्योतिष संस्थान " * आपकी प्रतिक्रिया का स्वागत है *
0 comments:
Post a Comment